सोलर पंप का उपयोग कृषि क्षेत्र में सिंचाई के लिए एक आधुनिक और पर्यावरण-सम्मत समाधान के रूप में उभर रहा है। इसके प्रयोग से न केवल जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम होती है, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण में भी भारी कमी आती है। डीजल या अन्य फ्यूल से चलने वाले पंप न केवल महंगे होते हैं, बल्कि प्रदूषण भी फैलाते हैं।
ऐसे में, सोलर पंप एक आर्थिक और स्वच्छ विकल्प प्रदान करता है। सरकार भी किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान कर रही है, जिससे वे आसानी से इस तकनीक का लाभ उठा सकते हैं। सोलर पंप स्थापित करना अब पहले से अधिक सुलभ हो गया है और इसका रखरखाव भी काफी सरल है। इससे किसानों को बिजली के खर्च से भी राहत मिलती है और वे अपने खेतों की सिंचाई बिना किसी बाधा के कर सकते हैं।
पाइये 60% सब्सिडी यूपी में सोलर पंप लगाने पर
भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां किसानों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध करा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राज्य के किसानों को सोलर पंप पर 60% सब्सिडी प्रदान कर रही है।
इस योजना के तहत किसान आसानी से सोलर पंप स्थापित कर सकते हैं और उन्हें केवल 40% का ही भुगतान करना होता है। सोलर पंप का उपयोग करने से न केवल बिजली की बचत होती है, बल्कि पर्यावरण भी प्रदूषण से मुक्त रहता है।
यूपी सरकार द्वारा 2 HP, 3 HP, 5 HP, 7.5 HP और 10 HP के सोलर पंप पर सब्सिडी प्रदान की जा रही है, जिससे किसानों को अपने खेतों की सिंचाई में सुविधा होती है। यह योजना प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM KUSUM YOJANA) के अंतर्गत चलाई जा रही है।
जानिए इस योजना से जुड़ी शर्तों और नियम क्या हैं
उत्तर प्रदेश सरकार की सोलर पंप सब्सिडी योजना का लाभ उठाने के लिए सही जानकारी का होना अत्यंत आवश्यक है, खासकर आज के समय में जब ऑनलाइन स्कैम बढ़ रहे हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले यूपी कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होता है।
वेबसाइट के मुख्य पेज पर अनुदान पर सोलर पंप की बुकिंग करें पर क्लिक करके आवेदन दर्ज करें। आवेदन करने के बाद 25 जून 2024 को आपका टोकन निकल सकता है। इसकी सूचना आपके मोबाइल नंबर पर मैसेज द्वारा दी जाएगी। टोकन मिलने के बाद, विभागीय पोर्टल से चालान जनरेट करके शेष राशि का भुगतान ऑनलाइन या ऑफलाइन माध्यम से किया जा सकता है।
कृषि विभाग द्वारा स्पष्ट रूप से सूचित किया गया है कि किसान केवल मैसेज प्राप्त होने के बाद ही राशि जमा करें। किसी भी फोन कॉल पर भरोसा न करें ताकि ऑनलाइन ठगी से बचा जा सके। योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप पोर्टल का उपयोग कर सकते हैं।
यह सुनिश्चित करें कि सभी जानकारी आधिकारिक स्रोतों से ही प्राप्त करें। सब्सिडी प्राप्त करने के बाद, आप सोलर पंप को अपने कृषि क्षेत्र में स्थापित कर सकते हैं। सोलर पंप का एक बड़ा लाभ यह है कि ऑफ-सीजन में उत्पन्न बिजली को ग्रिड को बेचा जा सकता है, जिससे अतिरिक्त आय हो सकती है। सोलर उपकरणों को सही तरीके से स्थापित करने के बाद, आप लंबे समय तक इनका लाभ उठा सकते हैं।
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