आरबीएम इंफ्राकॉन ने शुक्रवार को गुजरात में 15 मेगावाट ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने की योजना की घोषणा की है। इस परियोजना के लिए कंपनी 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके लिए आरबीएम ने ग्रीनजो एनर्जी के साथ इलेक्ट्रोलाइजर इकाइयों की आपूर्ति को लेकर एक समझौता भी किया है। यह संयंत्र जनवरी-मार्च 2025 के बीच शुरू होगा और 18 महीनों में पूरा किया जाएगा। इस परियोजना के तहत बनाई गई बिजली को कंपनी बेचने की योजना बना रही है।
क्या कहना है कंपनी के एमडी का जानिए
आरबीएम इंफ्राकॉन के एमडी जेबी मणि ने बताया कि ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन परियोजना की शुरुआत से पहले अनुपालन और आवश्यक अनुमतियों में करीब दो महीने का समय लगेगा। इसके बाद कंपनी परियोजना के वित्त पोषण को अंतिम रूप देकर निर्माण कार्य शुरू करेगी।
ग्रीनजो एनर्जी के फाउंडर और एमडी संदीप अग्रवाल ने बताया कि उनकी कंपनी ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए जरूरी इलेक्ट्रोलाइजर बनाने वाली भारत की एकमात्र घरेलू इकाई है। साणंद, गुजरात में स्थित यह संयंत्र 250 मेगावाट प्रति वर्ष की उत्पादन क्षमता रखता है। अग्रवाल ने यह भी कहा कि उनकी कंपनी के पास 1,200 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक है और आपूर्ति दिसंबर से शुरू हो जाएगी।
क्या क्या हैं कंपनी तिमाही के नतीजे जानिए
आरबीएम इंफ्राकॉन ने जून तिमाही के मजबूत नतीजे जारी किए हैं, जिसमें कंपनी की कुल आय साल-दर-साल 98.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ ₹38.86 करोड़ हो गई है। कंपनी का एबिटा भी 237.05 प्रतिशत बढ़कर ₹4.79 करोड़ हो गया, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
मार्जिन में 507 बेसिस प्वाइंट की बढ़त दर्ज की गई, जो अब 12.31 प्रतिशत हो गया है। वहीं, कंपनी का शुद्ध मुनाफा 248.86 प्रतिशत बढ़कर ₹33.29 करोड़ हो गया, जिससे यह तिमाही कंपनी के लिए बेहद लाभदायक साबित हुई।